राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के तबादलों को लेकर अधिकारियों में नाराजगी, पारदर्शक प्रक्रिया पर उठाई  अधिकारियों ने उंगली

 18 May 2018  2434

► चार घंटो  में 196 अधिकारियों का किया तबादला
► पसंदीदा अधिकारियों की लगातार मलाईदार पदों पर हुई नियुक्ति

मुंबई, (18 मई 2018)- राज्य में फिलहाल तबादलों का मौसम शुरू हो चूका है। इसकेनुसार सारे विभाग में नियत काल और अनियतकालिक तबादले के लिए तालुका स्तर से लेकर मंत्रालय स्तर तक तबादले व नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हुई है, जिसमें सबसे आगे राज्य उत्पादन शुल्क विभाग है। इस विभाग की आयुक्त अश्विनी जोशी ने नियतकालिन प्रक्रिया द्वारा तकरीबन 196 दुय्यम निरीक्षकों का तबादला करते हुए अपनी मर्जी के बहुतांश अधिकारियों को मलाईदार पद से मलाईदार पद पर ही नियुक्ति देने का मामला सामने आया हैं। जिसके कारण जिन अधिकारियों को फिर से गैर कार्यकारी पद पर नियुक्ति दी गई है, एसे कुछ अधिकारियों में फिलहाल भारी नाराजगी का माहौल बना हुआ हैं। अधिकारियों के बीच चर्चा का बाजार गर्म है कि पसंदीदा जगह मंगाकर सिर्फ पारदर्शिता का दिखावा किया जा रहा है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य उत्पादन शुल्क विभाग की आयुक्त अश्विनी जोशी ने आठ मई के दिन राज्य के 203 अधिकारियों के तबादले के लिए 203 दुय्यम निरीक्षक और उच्च अधिकारियों की चुनाव बोर्ड की बैठक मुंबई स्थित सिडनहैम कॉलेज में बुलाई गई थी, उससे पहले सारे नियतकालीन तबादले की प्रक्रिया में पात्र अधिकारियों से उनकी पसंद के दस जगह नियुक्ति के लिए मंगाए थे। परंतु 8 मई के दिन हुई बैठक में सारे पात्र उम्मीदवारों को फिर से तबादले के लिए पसंद के दस जगह लिखकर देने का आदेश दिया गया और शाम को सात बजे तकरीबन 196 दुय्यम निरीक्षकों के तबादले का आदेश दे दिया गया। इन 196 दुय्यम निरीक्षकों के तबादले के आदेश में तकरीबन 23 दुय्यम निरीक्षकों को दूसरी और तीसरी बार मलाईदार पद पर नियुक्ति दिए जाने का खुलासा हुआ है, तो वहीं कुछ अधिकारियों को बार-बार गैर कार्यकारी पद पर नियुकित दी गई है, जबकि कुछ अधिकारियों को उनके द्वारा मांगी हुई पसंदीदा जगह पर तबादला नहीं देते हुए अन्य जगहों पर नियुक्ति दे दी गई। इस कारण कुछ अधिकारियों के बीच में नाराजगी का माहौल बना हुआ हैं। हालांकि तय (पसंदीदा) अधिकारियों को बार-बार मलाईदार विभाग मिल रहा है। एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि ये सरकार पारदर्शिता का सिर्फ दिखावा कर रही है।

► अधिक बार मलाईदार पद पर नियुक्ति पाने वाले दुय्यम अधिकारी

एस.व्ही. कालभोर, दशरथ लोकरे, जी. टी.खोडे, अनंत सोनावणे, दिगंबर शेवाले, सतीश गावडे, अ.शी.चव्हाण, सं.सा.फडतरे, एन.जे.थोरात, पुरुषोत्तम बोढारे, प्रशांत रासकर, किशोर पाटील, अमित पाडलकर, सं.पां.मोहिते, पी.एच. सरजीने, व्ही.बी.थोरात, एम. आर.राठोड, एन.डी.बोलधने , ब.रा.पाटील, आनंद पवार, आर. जी. मोरे, एस. एम. ताकवाले, अनिल शिंदे, एम. एम. परांडकर, गोविंद पाटील