बैंकों के विचारों और उनके कार्यनिष्पादन की समीक्षा पर सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया का पहला चरण

 20 Aug 2019  928

मुंबई, (19 अगस्त 2019)- राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ बैंकों के विचारों और उनके कार्यनिष्पादन की समीक्षा और उनके संरेखण के लिए डिज़ाइन की गई परामर्श-प्रक्रिया का पहला चरण सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा 18 और 19अगस्त, 2019 को क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित किया गया, जिसमें दक्षिण मुंबई, ठाणे व मुंबई उपनगरीय क्षेत्रों के अधिकार क्षेत्र में आने वाली सभी शाखाएँ शामिल थीं। यह अपनी तरह की पहली परामर्शप्रक्रिया थी जिसमें शाखाओं को स्वयं अपने प्रदर्शन की समीक्षा करने, बैंकिंग क्षेत्र के समक्ष मुद्दों पर विचार-विमर्श करने और भविष्य की रणनीति पर विचार करने और आगे बढ़ने के तरीकों के बारे में सुझाव मांगे गए थे.इस बैठक ने अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में ऋण बढ़ाने के तरीकों और साधनों पर ध्यान केंद्रित किया, बड़े डेटा एनालिटिक्स को सक्षम करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ाना और वरिष्ठ नागरिकों,जन सामान्य, किसान, छोटे उद्योगपति, उद्यमी, युवा, छात्र और महिलाएँकी जरूरतों और आकांक्षाओं के लिए बैंकिंगको और अधिक नागरिक केंद्रित और उत्तरदायी बनाने पर विचार विमर्श किया गया।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में सुधारों पर सुझाव देने और उनके लिए भविष्य के रोड मैप के साथ बैंकिंग सेक्टर के सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों पर डोमेन विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत नौ विषयगत पत्रों पर चर्चा की गई;1) डिजिटल भुगतान में वृद्धि 2) पीएसबी में कॉर्पोरेट प्रशासन 3) भारत के लघु एवं माध्यम उदयमियों के लिए क्रेडिट 4) सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में प्रौद्योगिकी का उपयोग 5) खुदरा उधार - एक महान अवसर 6) कृषि क्रेडिट 7) भारत में निर्यात क्रेडिट 8) वित्तीय ग्रिड स्थापित करने की आवश्यकता 9) पाँच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की ओर बैंक क्रेडिट को सक्षम करना।
इस बैठक में शाखाओं के कार्य निष्पादन की समीक्षा भी की गई, और इस तरह के क्षेत्रों में राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ इसका संरेखण किया गया। आर्थिक विकास के लिए क्रेडिट समर्थन; अवसंरचना / उद्योग; फार्म सेक्टर और ब्लू इकोनॉमी; जल शक्ति; एमएसएमई क्षेत्र और मुद्रा ऋण; शिक्षा ऋण; निर्यात ऋण; पारिस्थितिकीय अर्थव्यवस्था ; स्वच्छ शाखा; वित्तीय निष्कर्ष और महिला सशक्तिकरण; प्रत्यक्ष लाभ अंतरण; कम नकद / डिजिटल अर्थव्यवस्था; जीवन सुगमता तथा स्थानीय प्राथमिकताओं के साथ संरेखणप्रमुख रहा.गहन विचार – विमर्श के परिणामस्वरूप, कई कार्यान्वयन योग्य और अभिनव सुझाव सामने आए, कि किस प्रकार सामान्य रूप से बैंक शाखाएं और विशेषतः हमारा  बैंक, अपने निष्पादन को भविष्य के रोड मैप के साथ कैसे और भी बेहतर बना सकता है.  
प्रत्येक क्षेत्र के अंतर्गत शाखाओं के तुलनात्मक प्रदर्शन के आकलन के साथ, प्राप्त सुझावों पर आगे की चर्चा के लिए आंचलिक स्तर तथा राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति / राज्य स्तर पर मंथन के लिए भेज दिया गया।
राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति स्तर के बाद, अंतरा बैंक और अंतर-बैंक निष्पादन दोनों की तुलना करने और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कार्यान्वयन के लिए भविष्य की कार्य योजना बनाने के संबंध में तथा सुझावों को अंतिम रूप देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अंतिम विचार-विमर्श किया जाएगा।
हमारा देश अविश्वसनीय रूप से युवा है - इसकी लगभग 50% आबादी 25 साल से कम है, और लगभग 65 %आबादी,35  साल की उम्र से कम है. हमें उम्मीद है कि अगले दस वर्षों में 10 करोड़ लोग कार्यबल में प्रवेश करेंगे. संक्षेप में हमारा देश युवा, महत्वाकांक्षी और जागरूक है.इस परामर्श प्रक्रिया के परिणामस्वरूप हमारे बैंक की शाखा स्तर तक एक नया जोश आया है.  हमारा बैंक भविष्य के रोडमैप को लागू करनेतथा बेहतर से बेहतरीन कार्यनिष्पादन करने की दिशा में अग्रसर है।
भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक ने समाज में नकदी के कम उपयोग का दृष्टिकोण स्थापित किया है और इसमें और भी वृद्धि करने का कार्य किया है. परिणामस्वरूप, हम वित्तीय सेवाओं की वृद्धि को और आगे ले जा रहे हैं, पिछले 5 वर्षों में डिजिटल भुगतान के उपयोग में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. देश के सभी वित्तीय सेवाओं के मूल में,बैंकिंग नेटवर्क रीढ़ की तरह काम करता है।
सेन्ट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया की स्थापना 21 दिसंबर,1911 को सर सोराबजी पोचखानावाला द्वारा प्रथम स्वदेशी बैंक के रूप में भारतियों द्वारा तथा भारतियों के लिए  उद्देश्य के साथ स्थापना की थी। वह पहले बैंकर थे जिन्हे ब्रिटिश शासन द्वारा सर की उपाधि से नवाजा गया था. भारत सरकार द्वारा बैंक के 100 वर्ष पूर्ण होने पर इनकी याद में डाक टिकट जारी किया गया।
सेन्ट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया को भारतीय बैंकिंग में घरेलू बचत खाता, लॉकर सुविधा, प्रथम महिला शाखा, क्रेडिट कार्ड , तथा बहुत सी सेवाओं का प्रणेता होने का श्रेय प्राप्त है. हमारे बैंक में निष्ठ एवं समर्पित ग्राहक हैं. हमें गर्व है कि हमारे बैंक में बहुत सी विद्यमान एवं पूर्व विभूतियों के खाते रहें हैं।   
वसुधेव  कुटुंभकम की भावना से प्रेरित होकर बैंक ने 9 अगस्त 2019 को अपने संस्थापक के 138 वें जन्म दिवस पर एक मशाल को जलाकर  एकता एवं एकजुटता की भावना की भावना व्यक्त की और अपने बैंक के इतिहास में एक अध्याय जोड़ा.जनसामान्य के हितार्थ तथा देश को डिजिटल प्लेटफार्म पर आगे बढ़ाने के लिए हमारा बैंक कृत संकल्प है और अपना कार्य करना जारी रखेगा। प्रेस मीट को एस आर खटीक , फील्ड महाप्रबंधक ने संबोधित किया, उनके साथ  वी वी नटराजन , वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबन्धक , दक्षिण मुंबई, श्री सतीश तलरेजा , क्षेत्रीय प्रबन्धक , ठाणे तथा कविता ठाकुर , क्षेत्रीय प्रबन्धक , मुंबई उपनगरीय मौजूद थी।