देश की मौजूदा स्थिति पिछले साल के नफरत अभियान का नतीजा है - देश से प्यार करने वाले सभी लोगों को इस अभियान के खिलाफ एकजुट होना चाहिए

 07 Aug 2023  367

मुंबई - 4 अगस्त: पाल घर के पास एक ट्रेन में एक कांस्टेबल द्वारा चार निर्दोषों की हत्या, मेवात दंगे और गुरुग्राम में एक मस्जिद में आगजनी और उसके इमाम की नृशंस हत्या पर आज मुंबई के मराठी में विभिन्न धर्मों और मुसलमानों ने आलोचना की। पत्रकार संघ.विभिन्न दलों के नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उपस्थित लोगों ने एक सुर में देश की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त की और कहा कि हमारा देश, जो सदियों से शांति और सद्भाव का उद्गम स्थल रहा है, पर कब्जा कर लिया गया है. पिछले वर्ष से आरएसएस और उसके अनुषांगिक संगठनों द्वारा अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्गों के खिलाफ नफरत का जहर फैलाने का जो काम किया गया है, आज देश की वर्तमान स्थिति उसी की अगली कड़ी है - यह जरूरी है कि देश के सभी वर्ग इस घृणा अभियान के खिलाफ एक साथ खड़े हों।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मांग की गई कि जो तत्व पाल घर त्रासदी से लेकर मणिपुर और मेवात से लेकर गुरुग्राम और पालूल तक हिंसा फैलाने में शामिल थे और जिन सरकारी अधिकारियों ने दंगाइयों की मदद की, उन्हें कड़ी सजा दी जानी चाहिए। प्रतिभागियों ने याद दिलाया कि अगर यह घृणा अभियान नहीं है रोका गया तो इससे हमारे देश को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है।व्यक्तियों का एक दबाव समूह बनाया जाएगा जो ऐसी घटनाओं पर नजर रखेगा और जरूरत पड़ने पर संविधान और कानून के आलोक में लोकतंत्र में प्रदत्त अधिकारों के अनुरूप कदम उठाएगा। कोशिश यही रहेगी कि जल्द से जल्द हमारा देश इन हिंसाओं से मुक्त हो जाए।घृणास्पद तत्वों से छुटकारा मिले

प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने वालों में मौलाना महमूद अहमद खान दरियाबादी, मौलाना अनैस अहमद अशरफी, मौलाना सैयद रूह जफर, डॉ. सलीम खान, शाकिर शेख, नईम शेख, स्वामी अतामावेश, श्रीमती सिंधियागोखले, डॉ. वीक कोवेडे शामिल थे।